दिल्ली। संवेदनशील मनुष्य के लिए जीवन जीना अत्यंत कठिन है। इसे जीने योग्य और सहनीय बनाने का काम साहित्य करता है। सुप्रसिद्ध कवि-नाटककार राजेश जोशी ने हिन्दू कालेज में हिंदी नाट्य संस्था ‘अभिरंग’ द्वारा आयोजित ‘लेखक की संगत’ कार्यक्रम में कहा कि नाटक सामूहिक विधा है जिसके कम से कम चार पाठ सम्भव हैं। ये पाठ क्रमशः नाटककार, निर्देशक, अभिनेता और दर्शक के हैं। हमें नाटक के सम्बन्ध में इन समझौतों को स्वीकार करना पड़ता है क्योंकि यह व्यक्तिगत नहीं समूह की विधा है। कार्यक्रम में युवा विद्यार्थियों के अनेक प्रश्नों के उत्तर देते हुए जोशी ने अपनी रचना प्रक्रिया, विचारधारा…
Read MoreMonth: May 2018
जनता पागल हो गयी है
नई दिल्ली। सत्ता की पूंजीवादी-भोगवादी संस्कृति के खिलाफ और रंगकर्मियो को सामाजिक आर्थिक-सुरक्षा के पक्ष में मजदूर दिवस पर प्रसिद्ध नाटक ” जनता पागल हो गई है ” का मंचन हुआ। “ विकल्प सांझा मंच ” नयी दिल्ली द्वारा सफदर हाशमी मार्ग, मंडी हाउस, पर हुी प्रस्तुति को “सांझा सपना” संस्था के रंगकर्मियो द्वारा किया गया । शिवराम द्वारा लिखित यह नाटक हिन्दी का पहला नुक्कड़ नाटक माना जाता है। इसे सबसे ज्यादा खेले गए नाटक का सम्मान भी प्राप्त है। इस प्रस्तुति के निर्देशक युवा रंगकर्मी आशीष मोदी थे। नाटक की मुख्य भूमिकाए क्रमश: नेता-अभिजीत, पागल-महफूज आलम, जनता– विक्रांत, पूंजीपति-रजत जोरया ,पुलिस अधिकारी– संदीप, सिपाही-हर्ष, शास्वत…
Read Moreअब भिलाई में प्रयोग
भारत के छः प्रदेशों के युवा कलाकारों की प्रदर्शित होगी कलाकृति १६ से १८ मई २०१८ तक भिलाई (छत्तीसगढ़) के नेहरू आर्ट गैलरी में शीर्षक ” प्रयोग – २ ” कला प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन 16 मई को सायं 6 बजे श्री डी भार्गव (महाप्रबंधक प्रभारी खदान एवं रावघाट भिलाई इस्पात संयंत्र) करेंगे। इस कला प्रदर्शनी में छः प्रदेशों (झारखण्ड (जमशेदपुर) ,मध्य प्रदेश (जबलपुर,मलांजखण्ड ) ,छत्तीसगढ़ (खैरागढ़ ),उत्तर प्रदेश (आजमगढ़,इलाहबाद, लखनऊ,आगरा, ग़ाज़ियाबाद ),दिल्ली ,राजस्थान(जयपुर) के ३८ युवा कलाकारों बैशालिका धारा,बिष्णु तिवारी ,भानु श्रीवास्तव…
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